lunedì 8 ottobre 2018

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बिहार के सुपौल ज़िले में शनिवार को एक स्कूल पर भीड़ के हमले में कम से कम 36 लड़कियां ज़ख़्मी हो गई हैं. इन लड़कियों को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इन लड़कियों से भीड़ इसलिए ख़फ़ा थी कि इन्होंने लगातार कसी जा रही फ़ब्तियों और यौन हमले को लेकर चार लड़कों को पीटा था. ये सारी लड़कियां 10 से 14 साल की हैं.
अधिकारियों का कहना है इन चार लड़कों के घर वाले भी भीड़ा का हिस्सा थे. सुपौल के डीएम बैद्यनाथ यादव ने कहा है कि चारों अभियुक्तों को गिरफ़्तार कर लिया गया है और जल्द ही बाक़ी लोग गिरफ़्तार किए जाएंगे. राज़ील में राष्ट्रपति चुनाव में पहले दौर का मतदान संपन्न हो गया. इन चुनावों में किसी भी उम्मीदवार को 50 प्रतिशत से अधिक मत हासिल नहीं हुआ है.
चुनाव के बाद आए शुरुआती रुझानों के अनुसार दक्षिणपंथी नेता जेयर बोलसोनारो को 48 प्रतिशत मत तो वहीं उनके प्रतिद्वंदी वामपंथी नेता फर्नेंडो हदाद को 28 प्रतिशत मत प्राप्त हुए. अब 28 अक्टूबर को बोलसोनारो और हदाद के बीच दूसरे चरण का मतदान होगा.
राष्ट्रपति पद की रेस में दक्षिणपंथी नेता जेयर बोलसोनारो सबसे आगे बताए जा रहे हैं. उनके सामने वामपंथी नेता और वर्कर्स पार्टी के उम्मीदवार फ़र्नेंडो हदाद चुनौती पेश कर रहे हैं.
राष्ट्रपति पद के अलावा ब्राजील की जनता कांग्रेस के निचले सदन के सदस्यों और एक तिहाई सीनेट सदस्यों का चुनाव भी कर रही है. लगभग 15 करोड़ मतदाताओं ने अपने वोट का प्रयोग किया है. ब्राजील की जनता को इन चुनाव से कई उम्मीदें है.
वोट देने आई एक महिला ने कहा, ''एक मतदाता के तौर पर वोट देना हमारी ज़िम्मेदारी है और हमें एक ऐसे व्यक्ति को चुनना है जो बदलाव ला सके. हमने बहुत अधिक भ्रष्टाचार झेला है. हमारा देश बहुत अमीर है और हम इसे गलत हाथों में नहीं जाने दे सकते.''
दक्षिणपंथी नेता जेयर बोलसोनारो ने ब्राजील की जनता से भ्रष्टाचार और अपराध कम करने का वादा किया है. हालांकि उनके विरोधी उन्हें लोकतंत्र के लिए खतरे के तौर पर पेश कर रहे हैं.
रियो डि जेनेरियो में वोट डालने आए बोलसोनारो ने कहा, ''ब्राज़ील समाजवाद के इस रास्ते पर और अधिक नहीं चल सकता. आज जो हालात वेनेज़ुएला में देखने को मिल रहे हैं हम अपना कल वैसा नहीं चाहते.''
ब्राजील के राष्ट्रपति चुनाव में अगर किसी भी उम्मीदवार को पचास प्रतिशत से अधिक वैध मत प्राप्त नहीं होते हैं तो तीन हफ्तों के भीतर दूसरे चरण का मतदान करवाया जाता है. वामपंथी नेता हदाद को पूरी उम्मीद है कि दूसरे चरण के मतदान ज़रूर होगा.
उन्होंने कहा है, ''सबसे अहम बात यह है कि ब्राजील में दूसरे चरण का मतदान होगा. दूसरे चरण के मतदान में लोगों के पास मौका होता है कि वे अपने विकल्पों पर फिर से विचार कर सकें. यही वजह है कि मैं दूसरे चरण के मतदान के पक्ष में हूं.''
बोलसोनारो और हदाद दोनों को लगता है 28 अक्टूबर को होने वाले दूसरे चरण के मतदान में वे एक दूसरे का सामना करेंगे. हालांकि बोलसोनारो के कुछ समर्थकों का मानना है कि उन्हें पहले चरण के मतदान में ही 50 प्रतिशत से अधिक वैध मत प्राप्त हो जाएंगे.
एक तरफ जहां ओपिनियन पोल में बोलसोनारो को बढ़त मिलती हुई बताई जा है वहीं दूसरी तरफ हदाद को ब्राजील के बेहद लोकप्रिय राष्ट्रपति और फिलहाल जेल में बंद लुला डि सिल्वा का समर्थन प्राप्त है.

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